टाइफाइड को जड़ से खत्म करने का इलाज (Home Remedies for Typhoid in hindi) – शायद ही कोई इंसान हो जिसने टाइफाइड का नाम ना सुना हो या किसी भी इंसान को जीवन में कभी ना कभी टाइफाइड की परेशानी का सामना ना करा हो| टाइफाइड एक तरह का बैक्टीरियल इंफेक्शन होता है टाइफाइड होने के प्रमुख कारण दूषित पानी और दूषित खाना भी होता है हालाँकि इनके अलावा भी कई सारे टाइफाइड होने के कारण होते है। अगर किसी भी इंसान को टाइफाइड की परेशानी हो जाती है तो इंसान को तेज बुखार, बुखार के साथ साथ पेट दर्द की समस्या होना, सिर दर्द इत्यादि की समस्या हो सकती है| अधिकतर इंसान टाइफाइड होने पर टाइफाइड की अंग्रेजी दवा, टाइफाइड की एलोपैथिक दवा या टाइफाइड की एंटीबायोटिक दवा का सेवन कर लेते है|
लेकिन कया आप जानते है की टाइफाइड का इलाज आप घरेलू नुस्खों से भी कर सकते है या आप इस तरह भी समझ सकते है की टाइफाइड को जड़ से खत्म करने का इलाज भी घरेलू उपाय से किया जा सकता है| टाइफाइड को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए, अगर टाइफाइड का इलाज सही समय पर ना किया जाए तो टाइफाइड की वजह से घातक परिणाम भी भुगतने पड़ सकते है| हालाँकि टाइफाइड के बारे में सभी जानते है लेकिन काफी इंसान टाइफाइड को जड़ से खत्म करने का इलाज या टाइफाइड का देसी इलाज नहीं जानते है|
ऐसे इंसान इंटरनेट पर टाइफाइड को जड़ से खत्म करने का इलाज, टाइफाइड को जड़ से खत्म करने का इलाज कया है? टाइफाइड कितने दिन तक रहता है, टायफाइड के लक्षण, टाइफाइड की इंग्लिश दवा, टाइफाइड का हिंदी नाम, टाइफाइड का आयुर्वेदिक इलाज, टाइफाइड कितने दिन में ठीक होता है, बार बार टाइफाइड होने के कारण, टाइफाइड की टेबलेट, टाइफाइड का घरेलू उपचार, typhoid ka ilaaj, typhoid symptoms in hindi, typhoid kaise hota hai, typhoid treatment in hindi, typhoid ko jadh se khtm karne ka ilaaj, typhoid ka desi ilaaj, Home Remedies for Typhoid in hindi,typhoid symptoms in hindi इत्यादि लिखकर सर्च करते है|
अगर आप भी टाइफाइड की परेशानी से पीड़ित है और आप टाइफाइड का देसी इलाज ढूंढ रहे है तो हमारा यह पेज आपके लिए लाभकारी साबित होगा| आज हम अपने इस लेख में टाइफाइड से सम्बंधित सभी जानकारी उपलब्ध करा रहे है| टाइफाइड का देसी इलाज के बारे में जानकारी देने से पहले हम आपको टाइफाइड कया है? टाइफाइड के लक्षण (typhoid symptoms in hindi) और टाइफाइड होने के कारण के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है –
टाइफाइड बुखार या टाइफाइड क्या है? (What is Typhoid in Hindi) | typhoid kya hota hai
टाइफाइड का नाम सभी जानते है लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते है जिन्हे टाइफाइड के बारे में जानकारी नहीं होती है| दरसल टाइफाइड या टाइफाइड बुखार (Typhoid meaning in Hindi) साल्मोनेला टाइफी नामक बैक्टीरिया के संक्रमण से होता है, यह बैक्टीरिया हमारे शरीर में दूषित भोजन या दूषित पानी पीने की वजह से पहुँचता है| अगर किसी भी इंसान को टाइफाइड की समस्या होती है और वो टाइफाइड का इलाज या टाइफाइड के दवा नहीं करते है तो टाइफाइड (Typhoid in Hindi) पीड़ित इंसान के शरीर के इम्यून सिस्टम को धीरे धीरे कमजोर करने लगता है| टाइफाइड को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए अगर सही समय पर टाइफाइड का इलाज नहीं किया जाता है तो टाइफाइड बुखार (Typhoid fever in Hindi) घातक भी साबित हो सकता है| इसीलिए टाइफाइड के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत चिकित्सक से सलाह और इलाज कराना चाहिए|
आयुर्वेद में टाइफाइड (Typhoid) क्या है?
आयुर्वेद के अनुसार इंसान के शरीर में तीन दोष होते है वात, पित्त और कफ, जब इन तीनो दोषो में असंतुलन की वजह से इंसान को अलग अलग बिमारी या परेशानी होती है| हालाँकि टाइफाइड बुखार होने का कारण प्रदूषित पानी पीने की वजह से और बासी या दूषित भोजन करने की वजह से टाइफाइड की परेशानी होती है| टाइफाइड एक संक्रामक बिमारी होती है अर्थात परिवार या घर के किसी भी एक सदस्य को अगर टाइफाइड हो गया है तो घर में रहने वाले अन्य सदस्यों को भी टाइफाइड होने की प्रबल सम्भावना होती है| टाइफाइड में इंसान को तेज बुखार और दर्द की परेशानी हो सकती है|
टाइफाइड में नहाना चाहिए या नहीं
अधिकतर इंसानो का मनाना है की टाइफाइड में पीड़ित को नहाना नहीं चाहिए, शायद उनका ऐसा मानाने के पीछे का कारण बुखार होता है| कुछ लोगो के मन में यह सवाल भी होता है की टाइफाइड में नहाना चाहिए या नहीं, दरसल जब कोई भी इंसान नहाता है तो शरीर को ताजगी और बेहतर महसूस होता है| टाइफाइड में पीड़ित इंसान के शरीर में कमजोरी आ जाती है ऐसे में इंसान का मन उठने का भी नहीं करता है लेकिन अगर आप थोड़ी सी हिम्मत करके गर्म पानी से नहाएं तो आपको काफी आराम महसूस होगा| लेकिन हम आपको सलाह देंगे की टाइफाइड से पीड़ित इंसान को नहाना है या नहीं इसके बारे में चिकित्सक से परामर्श जरूर लें क्योंकि आपकी परेशानी की गंभीरता को देखते हुए डॉक्टर उचित सलाह दे सकते है|
टाइफाइड को हिंदी में कया कहते है ? typhoid meaning in hindi
अधिकतर इंसान टाइफाइड को हिंदी में टाइफाइड के नाम से ही पुकारते है और जिन इंसानो को टाइफाइड नेम इन हिंदी का पता नहीं होता है वो इंटरनेट पर टाइफाइड का हिंदी नाम सर्च करते है| चलिए हम आपको बताते है की टाइफाइड को हिंदी में कया कहते है दरसल टाइफाइड को हिंदी में आंत्र ज्वर कहा जाता है| कुछ टाइफाइड को मंथर ज्वर, तन्द्रिक ज्वर और मोतीझारा इत्यादि नामो से भी बोलते है| मोतीझारा भी काफी ज्यादा इंसान बोलते है ऐसे में इंसान मोतीझारा का इलाज, मोतीझारा को जड़ से खत्म करने का इलाज इत्यादि ढूंढ़ता है| टाइफाइड को जड़ से खत्म करने का इलाज जानने से पहले हम आपको टाइफाइड होने कारण और टाइफाइड के लक्षण (typhoid symptoms in hindi) के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है –
टाइफाइड होने के कारण (Typhoid Causes in Hindi)
ऊपर आपने टाइफाइड के बारे में जानकारी प्राप्त की है अब हम आपको टाइफाइड होने कारणों के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे –
- टाइफाइड होने का कारण प्रदूषित पानी पीना या दूषित खाना भी होता है, यह तो आप जानते ही है की टाइफाइड बुखार साल्मोनेला टाईफी बैक्टीरिया की वजह से होता है| अगर आप दूषित खाना या पानी पीते है और उस खाने या पानी में साल्मोनेला टाईफी बैक्टीरिया होता है और जब यह बैक्टेरिया पेट या पाचन तंत्र में पहुँचता है तो इनकी संख्या बहुत तेजी से बढ़ती है और इंसान टाइफाइड की समस्या से पीड़ित हो जाता है|
- टाइफाइड होने का कारण है किसी टाइफाइड से पीड़ित के संपर्क में आने से| दरसल टाइफाइड एक संक्रामक बिमारी है इसीलिए अगर आप किसी टाइफाइड से पीड़ित इंसान के सम्पर्क में आते है तो आपको भी टाइफाइड हो सकता है|
- अगर आप टाइफाइड से पीड़ित इंसान का झूठा खाना या झूठा पानी पीते है तो भी आपको टाइफाइड की समस्या हो सकती है, संक्रमित इंसान के द्वारा इस्तेमाल किए गए कपड़ें या चीजों का इस्तेमाल करने से टाइफाइड हो सकता है|
टायफाइड के लक्षण (Typhoid Symptoms in Hindi) | टायफाइड के लक्षण हिंदी
ऊपर आपने टाइफाइड होने कारण के बारे में पढ़ा, टाइफाइड का जड़ से खत्म करने का इलाज जानने से पहले आपको टाइफाइड के लक्षण के बारे में जानना बहुत ज्यादा जरुरी है| अगर आपको टाइफाइड के लक्षण के बारे में जानकारी नहीं होगी तो आप कैसे पता करेंगे की पीड़ित टाइफाइड है या नहीं| चलिए अब हम आपको टाइफाइड के लक्षण (typhoid symptoms in hindi) के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है –
- टाइफाइड का प्रमुख लक्षण (typhoid symptoms in hindi) बुखार होता है, टाइफाइड में पीड़ित का बुखार कम ज्यादा होता रहता है।
- टाइफाइड होने के लक्षण (typhoid symptoms in hindi) भूख कम होना भी होता है, यह तो आप जानते ही है की टाइफाइड बैक्टीरिया के संक्रमण की वजह से होता है| संक्रमण पेट में जैसे जैसे बढ़ता है वैसे वैसे इंसान की भूख कम होती चली जाती है।
- किसी इंसान को बुखार के साथ सिर में दर्द भी हो रहा है तो इंसान टाइफाइड से पीड़ित हो सकता है, बुखार के साथ सिर दर्द टाइफाइड होने के लक्षण (typhoid symptoms in hindi) में शामिल होता है|
- टाइफाइड के लक्षण में शामिल है शरीर में दर्द, कुछ लोगो का मानना है की शरीर में दर्द और खासतौर पर पिंडलियो में दर्द की समस्या टाइफाइड का लक्षण (typhoid symptoms in hindi) होता है|
- टाइफाइड से पीड़ित इंसान को ठंड भी महसूस हो सकती है|
- टाइफाइड होने के लक्षण (typhoid symptoms in hindi) में शामिल है सुस्ती और आलस्य महसूस होना।
- टाइफाइड से पीड़ित इंसान को शारीरिक कमजोरी भी महसूस होती है|
- टाइफाइड के लक्षण (typhoid symptoms in hindi) में शामिल दस्त भी है, हालाँकि छोटे बच्चो में टाइफाइड के लक्षण कब्ज और दस्त को ही माना जाता है|
- टाइफाइड होने के लक्षण (typhoid symptoms in hindi) में शामिल है हाथों की हथेलियां और पैरों के तलवे में जलन की परेशानी होना|
- बुखार के मुकाबले नाड़ी का धीमी गति से चलना भी टाइफाइड के लक्षण (typhoid symptoms in hindi) में शामिल है|
- टाइफाइड से पीड़ित इंसान को बुखार 102 से 104 डिग्री से ऊपर होता है।
टाइफाइड (Typhoid) का आयुर्वेदिक इलाज (Home Remedies for Typhoid in hindi)
टाइफाइड का इलाज आयुर्वेदिक जड़ी बूटियो से भी किया जा सकता है, टाइफाइड की अंग्रेजी दवा का सेवन करने से बेहतर होता है देसी दवाइयो का उपयोग करना| जड़ी बूटियो का सेवन करने से आपको आराम थोड़ी देर से मिल सकता है लेकिन यह जड़ से बिमारी को समाप्त कर देती है| चलिए अब हम आपको टाइफाइड (Typhoid) का आयुर्वेदिक इलाज के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है –
जटामांसी से करें टाइफाइड का इलाज – Home Remedies for Typhoid in hindi
काफी सारे इंसान जटामांसी जड़ी बूटी के बारे में जानते होंगे यह जड़ी बूटी आपको आसानी से पंसारी की दूकान पर मिल जाती है| जटामांसी को पेट दर्द और पेट संबंधी समस्याओं को दूर करने की दवा के रूप में जाना जाता है लेकिन काफी कम इंसान जानते है की जटामांसी को टाइफाइड को जड़ से खत्म करने का इलाज या टाइफाइड का आयुर्वेदिक इलाज भी कहा जाता है| बाजार में आपको जटामांसी पाउडर के रूप में और अर्क के रूप में मिलता है, आप वैध या चिकित्सक की सलाह से करने से जल्द टाइफाइड की समस्या से आराम मिलता है।
हरड़ है टाइफाइड की रामबाण दवा – Home Remedies for Typhoid in hindi
शायद ही कोई इंसान हो जिसे हरड़ के बारे में जानकारी ना हो, हरड़ काफी ज्यादा प्रचलित जड़ी बूटी है| हरड़ कब्ज की समस्या को दूर करने में, कफ से सम्बंधित परेशानियो को दूर करने में और टाइफाइड में होने वाली कब्ज की समस्या को दूर करने में काफी ज्यादा उपयोगी साबित होती है| हरड़ का सेवन काफी सारी परेशानियो को दूर करने के लिए किया जाता है अगर आप टाइफाइड में कब्ज की समस्या से पीड़ित है तो हरड़ और नींबू का सेवन साथ में करने से कब्ज की समस्या से राहत मिलती है और यह उपाय मल को मुलायम भी करता है| टाइफाइड से जल्दी छुटकारा पाने के लिए किसी वैध या सलाह से इस नुस्खे को अपनाएं, कुछ इंसान हरड़ को टाइफाइड की आयुर्वेदिक दवा या टाइफाइड को जड़ से खत्म करने का इलाज भी कहते है|
दालचीनी से करें टाइफाइड का घरेलू इलाज – Home Remedies for Typhoid in hindi
दालचीनी के बारे में सभी इंसान भली भाँती जानते है क्योंकि लगभग सभी घरो में दालचीनी का इस्तेमाल मसाले के रूप में होता है| दालचीनी में मौजूद औषधीय गुण और तत्व संक्रमण को कम करने में मददगार होते है, यह तो हम सभी जानते है की दालचीनी हमारे लिए लाभदायक होती है लेकिन काफी कम इंसान जानते है दालचीनी टाइफाइड का इलाज भी कर सकती है|
टाइफाइड बैक्टीरिया से होता है और दालचीनी बैक्टीरिया को पनपने से रोकने में मदद करती है| अगर आप टाइफाइड से पीड़ित है तो एक कप पानी में थोड़े से दालचीनी के टुकड़े डालकर पानी को अच्छी तरह से उबाल लें, फिर जब पानी हल्का गुनगुना हो जाएं तब पानी को कप में छान कर थोड़ा सा शहद डालकर अच्छी तरह से मिलाकर चाय की तरह सिप सिप लेकर पी लें| नियमित रूप से इस उपाय को करने जल्द टाइफाइड की समस्या से राहत प्राप्त होती है|
गिलोय है टाइफाइड का रामबाण इलाज – Home Remedies for Typhoid in hindi
प्राचीन समय से गिलोय को बहुत महत्पूर्ण औषधि के रूप में जाना जाता है गिलोय में मौजूद औषधीय गुण और पोषक तत्व काफी सारी परेशानियो को दूर करने में सहायक होते है| गिलोय टाइफाइड का इलाज करने के साथ साथ इम्युनिटी पावर को बढ़ाने के लिए भी बहुत ही महत्पूर्ण औषधि मानी जाती है| गिलोय में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण बैक्टीरिया को कम या समाप्त करने में सहायक होते है, नियमित रूप से गिलोय का सेवन करने जल्द टाइफाइड की समस्या समाप्त हो जाती है|
टाइफाइड से छुटकारा पाने के लिए आप गिलोय का काढ़ा या गिलोय की टेबलेट का सेवन भी कर सकते है, आजकल बाजारों में काफी सारी अच्छी कम्पनियो की गिलोय टेबलेट और गिलोय सत्व आते है, आप चाहे तो पतंजलि गिलोय वटी या पतंजलि गिलोय सत्व भी ले सकते है| अगर आप इन चीजों को लेने में असमर्थ है तो गिलोय का काढ़ा आपके लिए सबसे बेहतर विकल्प है|
गिलोय का काढ़ा बनाने के लिए सबसे पहले गिलोय की ढंडी लेकर उसके छोटे छोटे टुकड़ें कर लें, फिर उनक टुकड़ो को अच्छी तरह से कूट लें, फिर लगभग एक गिलास पानी को गर्म होने रख दें और उस पानी में कुटी हुई हुई गिलोय डालकर पकने दें| जब पानी आधा रह जाएं तब गैस बंद कर दें| मिश्रण को छ्ह लें और हल्का गुनगुना रहने पर पी लें, नियमित रूप से गिलोय का काढ़ा पीने से जल्द टाइफाइड की समस्या से आराम मिलता है| आप गिलोय को टाइफाइड को जड़ से खत्म करने का इलाज या टाइफाइड का आयुर्वेदिक इलाज भी कह सकते है लेकिन ख्याल रखें गिलोय का अधिक मात्रा में सेवन ना करें|
सितोपलादि चूर्ण है टाइफाइड का देसी इलाज – Home Remedies for Typhoid in hindi
सितोपलादि चूर्ण बहुत ज्यादा लाभकारी औषधि है, इस औषधि में मौजूद गुण और पोषक तत्व गले की खराश और बुखार की समस्या को दूर करने में सहायक होते है| सितोपलादि चूर्ण का निर्माण पिप्पली और कई प्रकार की अन्य जड़ी बूटियों के द्वारा किया जाता है| नियमित रूप से इस चूर्ण का सेवन करने से टाइफाइड की समस्या से बहुत जल्द आराम प्राप्त होता है, अगर आप टाइफाइड की समस्या से पीड़ित है और आप टाइफाइड की देसी दवा या टाइफाइड का घरेलू इलाज सर्च कर रहे है तो सितोपलादि चूर्ण आपके लिए बेहतर विकल्प साबित हो सकता है| एक कप गुनगुने पानी में थोड़ा सा सितोपलादि चूर्ण डालकर अच्छी तरह से मिलाकर पी लें या आप चाहे तो सितोपलादि चूर्ण की फंकी लेकर उपाय से गर्म पानी पी लें|
संजीवनी वटी है टाइफाइड की टेबलेट
प्राचीन समय में त्रिफला चूर्ण, सोंठ, गिलोय, मुलेठी इत्यादि जड़ी बूटियो के द्वारा एक गोली तैयार की जाती थी जिसे संजीवनी वटी के नाम से पुकारा जाता था, संजीवनी वटी में मौजूद औषधियो की वजह से यह बुखार की परेशानी से आराम दिलाने में और पेट से सम्बंधित समस्याओ को दूर करने के साथ साथ कई सारी परेशानियो को दूर करने में उपयोगी साबित होती है| टाइफाइड की समस्या होने पर आप संजीवनी वटी का सेवन कर सकते है, लेकिन हम आपको सलाह देंगे की संजीवनी वटी का सेवन बिना वैध या चिकित्सक की सलाह के नहीं करना चाहिए| वैध या डॉक्टर आपकी बिमारी की गंभीरता के हिसाब से उचित दवा और खुराक की जानकारी देते है जिससे आपको जल्द आराम (typhoid ka ilaaj) प्राप्त होता है|
त्रिभुवनकीर्ति रस है टाइफाइड की दवा
काफी इंसानो ने त्रिभुवनकीर्ति रस का नाम जरूर सुना होगा, त्रिभुवनकीर्ति रस का निर्माण हींग, पिप्पली, सोंठ, भस्म, अदरक, काली मिर्च, धतूरा और तुलसी इत्यादि के द्वारा किया जाता है| त्रिभुवनकीर्ति रस में मौजूद औषधियो के गुणों की वजह से यह टाइफाइड और टाइफाइड की वजह से होने वाले शरीर दर्द से छुटकारा दिलाने में मददगार होता है| नियमित रूप से वैध या डॉक्टर की सलाह से त्रिभुवनकीर्ति रस का सेवन करने से जल्द टाइफाइड या शरीर में दर्द से आराम मिलता है| त्रिभुवनकीर्ति रस को टाइफाइड में होने वाले शरीर दर्द की दवा के रूप में भी जानते है|
टाइफाइड को जड़ से खत्म करने का इलाज | टाइफाइड के घरेलू उपाय (Home Remedies for Typhoid Fever in Hindi)
अब हम आपको टाइफाइड (typhoid ka ilaj) से छुटकारा पाने के लिए घरेलू नुस्खों के बारे में बता रहे है इन नुस्खों को आप टाइफाइड को जड़ से खत्म करने का इलाज या टाइफाइड का घरेलू उपाय भी कह सकते है, चलिए अब हम आपको टाइफाइड के घरेलू उपाय कौन कौन है इनके बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है –
टाइफाइड के लक्षणों से आराम दिलाने में सहायक है फलों का रस (Fruit Juice: Home Remedies for Typhoid in hindi)
यह तो आपने ऊपर पढ़ लिया है की टाइफाइड होने के कारण कौन कौन से है, टाइफाइड होने का कारण डिहाइड्रेशन भी हो सकता है| ऐसे में पीड़ित को तरल पदार्थो का सेवन करने की सलाह दी जाती है, टाइफाइड से पीड़ित को पानी बिना उबला हुआ नहीं पीना चाहिए, पीड़ित के लिए सबसे पहले पानी को लेकर अच्छी तरह उबाल लें, फिर ठंडा होने पर छान कर पिएँ| टाइफाइड से पीड़ित इंसान को हर्बल चाय और ताजे फलो का रस पीना लाभकारी होता है, खाना केवल उबला हुआ खाएं| ताजे फलो का रस पीने टाइफाइड में आने वाली कमजोरी भी दूर हो जाती है, इसीलिए टाइफाइड (typhoid ka ilaj) में ताजे फलो का रस फायदेमंद होता है।
टाइफाइड का घरेलू इलाज है लौंग (Colve: Home Remedies for Typhoid in hindi)
शायद ही कोई घर हो जिसमे लौंग का इस्तेमाल ना होता हो, लौंग का इस्तेमाल मसाले के रूप में किया जाता है| लौंग में मौजूद औषधीय गुण और पोषक तत्व हमारे शरीर के लिए काफी लाभकारी माने जाते है लेकिन कया आप जानते है की लौंग से टाइफाइड को जड़ से खत्म करने का इलाज भी किया जा सकता है| कुछ लौंग को टाइफाइड का आयुर्वेदिक इलाज या टाइफाइड को जड़ से खत्म करने का इलाज भी कहते है, टाइफाइड का इलाज (typhoid ka ilaaj) करने के लिए सबसे पहले आठ कप पानी लेकर उसे गर्म होने के लिए रख दें फिर उस पानी में 6 से 8 लौंग लेकर उन्हें हल्का सा कूट कर डाल दें, पानी को पकने दें पानी को तब तक उबालें जब तक पानी आधा न रह जाएं| जब पानी आधा रह जाएं तब गैस को बंद कर दें ठंडा होने पर पानी को छान लें, अब इस पानी को पूरे दिन में थोड़ा थोड़ा करके पी लें| नियमित रूप से टाइफाइड की देसी दवा का सेवन करने से जल्द टाइफाइड की समस्या में आराम प्राप्त होता है|
टाइफाइड का देसी इलाज है ठंडे पानी की पट्टी (Cold Compress: Home Remedies for Typhoid in hindi)
यह तो हम सभी जानते है की टाइफाइड से पीड़ित इंसान को तेज बुखार की परेशानी का सामना करना पड़ता है, मरीज के शरीर के तापमान को सामान्य करने के लिए आप ठंडे पानी की पट्टी की मदद ले सकते है| सबसे पहले किसी मग्गे में पानी लें लें, फिर कोई सूती कपडा या रुमाल लेकर पट्टी के रूप में मोड़ लें, फिर इस पट्टी को ठंडे पानी में भिगो कर निचोड़ कर मरीज के माथे पर रख दें, थोड़े समय बाद पट्टी को अलट पलट कर दें| जब पट्टी गरम हो जाएं तो पट्टी को माथे से हटा कर पानी में भिगो कर निचोड़ कर फिर से माथे पर रखें, ठंडे पानी की पट्टी रखने से जल्द टाइफाइड बुखार (typhoid ka ilaj) कम होने लगता है।
टाइफाइड का घरेलू उपचार है शहद (Honey: Home Remedies for Typhoid in hindi)
शहद खाना लगभग सभी को पसंद होता है, शहद हमारे शरीर के लिए भी काफी ज्यादा लाभकारी माना जाता है| अगर आप टाइफाइड की परेशानी से पीड़ित है और आप टाइफाइड को जड़ से खत्म करने का इलाज या टाइफाइड का आयुर्वेदिक इलाज सर्च कर रहे है तो शहद आपके लिए बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है| दरसल शहद में मौजूद औषधीय गुण टाइफाइड की समस्या को समाप्त करने में मददगार होते है, टाइफाइड का इलाज करने के लिए सबसे पहले एक गिलास गुनगुना पानी लेकर उसमे एक चम्मच शहद डालकर अच्छी तरह से मिलाकर पीने से जल्द लाभ (typhoid treatment in hindi) मिलता है|
टाइफाइड का इलाज लहसुन से (Garlic: Home Remedies for Typhoid in hindi)
लहसुन का इस्तेमाल खाना बनाने में किया जाता है, लहसुन से सब्जी या डाल कास्वाद बेहतरीन हो जाता है, लहसुन आपको प्रत्येक घर में आसानी से मिल जाएगा| लहसुन को प्राकृतिक एंटीबायोटिक भी कहा जाता है, लहसुन में मौजूद औषधीय गुण टाइफाइड का इलाज करने के साथ साथ टाइफाइड में होने वाले शरीर दर्द से भी छुटकारा दिलाने में सहायक होता है| टाइफाइड का देसी इलाज करने के लिए सबसे पहले पांच से छह लहसुन की कलियाँ लेकर उन्हें छील लें, फिर लहसुन की कलियों को हल्का सा पीस लें| फिर पीसे हुए लहसुन को घी में तल लेंटेल हुए लहसुन में थोड़ा सा सेंधा नमक मिलाकर खाने से जल्द लाभ मिलता है| आप लहसुन को टाइफाइड का आयुर्वेदिक इलाज या टाइफाइड को जड़ से खत्म करने का इलाज (typhoid ka ilaaj) भी कह सकते है|
टाइफाइड के लक्षणों को कम करने में सहायक है तुलसी (Tulsi: Home Remedies for Typhoid in hindi)
शायद ही कोई इंसान हो जिसे तुलसी के बारे में ना पता हो, औषधीय गुणों से होती है तुलसी, तुलसी काफी सारी परेशानियो को दूर करने में सहायक होती है| टाइफाइड का इलाज करने के लिए सबसे पहले थोड़े से तुलसी के पत्ते और सूरजमुखी के पत्ते लेकर उन्हें अच्छी तरह से धो लें, उसके बाद पत्तो को महीन पीसकर छान लें| छने हुए रस को पीने टाइफाइड का उपचार जल्द होता है। टाइफाइड बुखार (typhoid bukhar ki dawa) में जल्दी लाभ प्राप्त करने के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श जरूर लें| तुलसी को टाइफाइड को जड़ से खत्म करने का इलाज या टाइफाइड की घरेलू दवा भी कहा जा सकता है|
टायफाइड बुखार का इलाज है गोखरू की छाल | typhoid treatment in hindi
गोखरू की छाल आपको पंसारी की दुकान से मिल जाएगी, सबसे पहले 250 से 300 ग्राम पानी लेकर गर्म होने के लिए रख दें उसके बाद पानी में 200 ग्राम गोखरू की छाल को डालकर पानी को उबलने दें| पानी को तब तक उबालें जब पानी चौथाई ना रह जाएं उसके बाद गैस को बंद कर दें और मिश्रण को किसी सूती कपड़ें की मदद से छान लें| छने हुए मिश्रण को चार बराबर भागो में बाँट लें और दिन में चार बार में पी लें| टाइफाइड के घरेलू उपचार को करने से जल्द टाइफाइड में आराम मिलता है, इस नुस्खे को टाइफाइड को जड़ से खत्म करने का इलाज (typhoid treatment in hindi) या टाइफाइड का आयुर्वेदिक इलाज भी कह सकते है|
टायफाइड बुखार का घरेलू उपचार है जीरा | typhoid treatment in hindi
लगभग सभी घरो में जीरा उपलब्ध होता है, सब्जी से लेकर डाल को छोंकने में जीरे का इस्तेमाल होता है, जीरा खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ साथ पेट और शरीर के लिए लाभकारी होता है| टाइफाइड बुखार का इलाज करने के लिए 5 ग्राम जीरे के चूर्ण में 20 मिलीग्राम कचनार छाल का रस अच्छी तरह से मिलाकर तीन बराबर भागो में बाँट लें| पहला भाग सुबह, दूसरा भाग दोपहर और तीसरा भाग शाम को लेने जल्द टाइफाइड बुखार का उपचार हो जाता है,इस उपचार को टाइफाइड को जड़ से खत्म करने का इलाज या टाइफाइड का आयुर्वेदिक इलाज (typhoid treatment in hindi) भी कह सकते है|
टाइफाइड बुखार का घरेलू उपचार है सहिंजन की जड़ | Sanhijan Ki Jadh Se Typhoid Ka Ilaaj In Hindi
अगर आप टाइफाइड बुखार से पीड़ित है और आप टाइफाइड को जड़ से खत्म करने का इलाज या टाइफाइड का आयुर्वेदिक इलाज सर्च कर रहे है तो सहिंजन की जड़ आपके लिए लाभकारी साबित हो सकती है| सहिंजन की जड़ में मौजूद गुण टाइफाइड की परेशानी को समाप्त करने में मददगार साबित होते है| सबसे पहले लगभग 100 ग्राम पानी लेकर उसे गर्म होने रख दें फिर उस पानी में लगभग 20 ग्राम सहिंजन की ताजी जड़ों को थोड़ा सा कूट कर डाल दें, पानी को अच्छी तरह से उबाल कर गैस को बंद दें| मिश्रण को छान लें फिर इस मिश्रण को पीने से जल्द टाइफाइड से आराम (typhoid treatment in hindi) मिलता है|
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टाइफाइड को जड़ से खत्म करने की दवा | टाइफाइड बुखार की रामबाण दवा | typhoid ko jad se khatm kaise Karen
अक्सर टाइफाइड से पीड़ित इंसान अपनी इस परेशानी से छुटकारा पाने के लिए टाइफाइड की रामबाण दवा या टाइफाइड को जड़ से खत्म करने का इलाज सर्च करता है| चलिए आज हम आपको ऐसा रामबाण नुस्खा बताने जा रहे है जिसे कुछ दिन अपनाने से बहुत जल्द टाइफाइड की परेशानी से छुटकारा मिल सकता है| टाइफाइड के घरेलू नुस्खे के लिए आपको लगभग एक से दो ग्राम खूबकला, चार से पांच अंजीर और 8 से 10 मुनक्का की जरुरत होती है, सबसे पहले मुनक्का के बीज निकाल दें फिर मुनक्का, अंजीर और खूबकला तीनो चीजों को लेकर सील बट्टे की मदद से चटनी बना लें| दिन में दो बार इस चटनी का सेवन करने से जल्द लाभ मिलता है, नियमित रूप से टाइफाइड को जड़ से खत्म करने का इलाज (typhoid ka ilaaj) या टाइफाइड की रामबाण दवा का सेवन करने से बहुत जल्द टाइफाइड की समस्या समाप्त हो जाती है|
निष्कर्ष – हम आशा करते है की आपको हमारे द्वारा लिखे गए लेख टाइफाइड को जड़ से खत्म करने का इलाज या टाइफाइड का आयुर्वेदिक इलाज (typhoid ka ilaaj) में दी गई जानकारी पसंद आई होगी लेकिन किसी भी कारणवश अगर आप हमारे द्वारा दी गई जानकारी से संतुष्ट नहीं है तो आप गूगल या बिंग पर टाइफाइड को जड़ से खत्म करने का इलाज या टाइफाइड का आयुर्वेदिक इलाज (typhoid treatment in hindi) लिखकर सर्च कर सकते है|