अस्थमा का जड़ से इलाज & आयुर्वेदिक दवा (Home Remedies For Asthma) – आज के समय में काफी इंसान दमा या अस्थमा की परेशानी का सामना कर रहे है, दमा या अस्थमा की परेशानी से पीड़ित इंसान को सांस लेने में काफी दिक्कत होती है| अस्थमा (दमा) फेफड़ों की बीमारी होती है इसमें पीड़ित की सांस लेने वाली नलियों में सूजन आ जाती है जिसकी वजह से सांस लेने वाला मार्ग सिकुड़ जाता है। जब नालियो में सूजन बढ़ जाती है तो मांसपेशियों के कसने की वजह से पीड़ित को साँस लेने में परेशानी के साथ साथ खाँसी, घरघराहट और सीने में जकड़न इत्यादि परेशानी महसूस हो सकती है|
अस्थमा के मरीज को जब साँस लेने के साथ खांसी की समस्या होती है तो खांसी की वजह से फेफड़ो से कफ पैदा होता है जिसे फेफड़ो से बाहर निकालना आसान नहीं होता है| अधिकतर इंसान अस्थमा का जड़ से इलाज (asthma ka jad se ilaj) सर्च करते है और कुछ इंसान अस्थमा का घरेलू उपचार (Home remedies for Asthma) अपनाकर परेशानी में आराम प्राप्त कर लेते है| लेकिन एक बात का खास ख्याल रखिए अगर आप अस्थमा का जड़ से इलाज (dama ka ilaj) करना चाहते है तो आपको सही समय और उचित मात्रा में दवा का सेवन करना बहुत जरुरी है, दमा की घरेलू दवा या अस्थमा के घरेलू उपाय के बारे में जानने से पहले आपको अस्थमा के बारे में जानकारी उपलब्ध कराते है|
जिन इंसानो को अस्थमा का जड़ से इलाज के बारे में जानकारी नहीं होती है वो इंटरनेट पर अस्थमा का इलाज करने के लिए अस्थमा की देशी दवा, अस्थमा को जड़ से इलाज इन हिंदी, दमा की आयुर्वेदिक दवा, अस्थमा का आयुर्वेदिक इलाज, एलर्जी अस्थमा का इलाज, अस्थमा को जड़ से खत्म करने का इलाज कया है? अस्थमा का रामबाण इलाज, दमा की रामबाण दवा इत्यादि लिखकर सर्च करता है|
अस्थमा या दमा क्या है? (What is Asthma in hindi ?)
जब किसी भी इंसान को सांस लेने में तकलीफ की समस्या होती है तो इस परेशानी को आमतौर पर अस्थमा कहा जाता है| अस्थमा की परेशानी में इंसान की शरीर में मौजूद सांस लेने वाली नलियो में सूजन की समस्या आ जाती है तो नलियो में सांस का आदान प्रदान करने में परेशानी होने लगती है| आमतौर पर अस्थमा की परेशानी से पीड़ित इंसान को सुबह या रात के समय ज्यादा परेशानी होती है, आयुर्वेद में अस्थमा को तमक श्वास के नाम से जाना जाता है|
आयुर्वेद के अनुसार अस्थमा होने का प्रमुख कारण वात और कफ दोष का असंतुलन बताया गया है, दमा के मरीज को छाती में भारीपन का अनुभव होने के साथ साथ साँस लेने पर सीटी जैसी आवाज सुनाई देती है| अस्थमा का आयुर्वेदिक इलाज आप आसानी से अस्थमा का घरेलू उपचार (Home remedies for Asthma) अपना कर भी कर सकते हैं। चलिए अब हम आपको अस्थमा के प्रकार के बारे में जानकारी उपलब्ध कराते है –
अस्थमा (दमा) के प्रकार क्या हैं? | Types of Asthma in Hindi
ऊपर आपने पढ़ा की अस्थमा कया होता है? अधिकतर इंसान अस्थमा के प्रकारो के बारे में नहीं जानते है| चलिए अब हम आपको अस्थमा या दमा के प्रकार के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है
एलर्जिक अस्थमा (Allergic Asthma in hindi)
काफी सारे इंसानो के मन में यह सवाल होता है की एलर्जिक अस्थमा कया होता है या एलर्जिक अस्थमा कैसे होता है? दरसल काफी सारे इंसान ऐसे होते है जिन्हे किसी खास चीज से एलर्जी की परेशानी हो जाती है| जैसे कुछ इंसानो को धूल या मिटटी के संपर्क में आने से उनकी सांस फूलने लग जाती है या मौसम में बदलाव की वजह से सांस फूलने की समस्या हो जाती है, इस प्रकार होने वाली दमा को एलर्जिक अस्थमा कहा जाता है|
नॉन एलर्जिक अस्थमा (Non Allergic Asthma in hindi)
नॉन एलर्जिक अस्थमा की परेशानी भी काफी ज्यादा देखने को मिलती है, इस प्रकार के अस्थमा होने का कारण बहुत ज्यादा तनाव या सर्दी खांसी की समस्या होती है| जब कोई इंसान किसी भी प्रकार के मानसिक तनाव से पीड़ित हो या इंसान को बहुत ज्यादा सर्दी खांसी की समस्या होती है तो ऐसे इंसानो में होने वाली दमा की परेशानी को नॉन एलर्जिक अस्थमा कहा जाता है|
सिजनल अस्थमा (Seasonal Asthma in hindi)
सीजनल अस्थमा की परेशानी पूरे वर्ष नहीं होती है, इस प्रकार का अस्थमा किसी खास मौसम में देखने को मिलता है| सीजनल मौसम खत्म हो जाने पर आराम भी मिल जाता है|
अकुपेशनल अस्थमा (Occupational Asthma in hindi)
अकुपेशनल अस्थमा की परेशानी खासकर कारखानों में काम करने वाले लोगों में देखी जाती है|
अस्थमा के लक्षण (Symptoms of Asthma in Hindi)
दमा या अस्थमा की पहचान करने के लिए आपको अस्थमा के लक्षण (asthma ke lakshan) के बारे में भी जानकारी होना जरुरी है| अगर आपको अस्थमा के लक्षण के बारे में जानकारी होती है तो आप आसानी से दमा का पता शुरूआती दौर में ही कर लेते है| आमतौर पर जब किसी भी इंसान को सांस लेने में परेशानी होती है तो इसे दमा का लक्षण माना जाता है।
लेकिन सांस फूलने के अलावा भी अस्थमा के कई सारे लक्षण (asthma symptoms and treatment in hindi) होते है जिनसे आप दमा की पहचान कर सकते है| अगर आपको दमा के लक्षण पता होते है तो अस्थमा का घरेलू उपचार (Home remedies for Asthma) या दमा का इलाज करने मेंआसानी हो जाती है| चलिए अब हम अस्थमा के लक्षण के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है
- अस्थमा के लक्षण में शामिल है बार-बार खाँसी का आना।
- अगर किसी भी इंसान को साँस लेते समय सीटी की आवाज आ रही है तो इंसान को दमा या अस्थमा की परेशानी हो सकती है|
- छाती में भारीपन और जकड़ाहट होना भी अस्थमा के लक्षण में शामिल होता है|
- अस्थमा का मुख्य लक्षण साँस फूलना माना जाता है।
- खांसते समय कठिनाई हो रही है या खांसते हुए कफ बाहर ना निकल पा रहे है तो पीड़ित को दमा की परेशानी हो सकती है|
- दमा के लक्षण में शामिल है गले का अवरूद्ध और सूखा होना।
- नाड़ी गति का बढ़ना भी अस्थमा के लक्षण में शामिल है।
दमा या अस्थमा का जड़ से इलाज | अस्थमा का घरेलू उपचार (Home Remedies for Asthma in Hindi)
अस्थमा का जड़ से इलाज करने के लिए आप घरेलू उपाय या आयुर्वेदिक दवा भी अपना सकते है| अस्थमा के घरेलू उपाय को अगर सही तरीके और सही समय पर इस्तेमाल किए जाएं तो बहुत जल्द असर देखने को मिलता है| चलिए अब हम आपको अस्थमा के घरेलू उपाय के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है
अस्थमा का घरेलू उपाय है लहसुन (Garlic is Beneficial for Asthma in Hindi)
अस्थमा का घरेलू इलाज करने के लिए लहसुन का इस्तेमाल भी किया जाता है, दरसल लहसुन एम् मौजूद औषधीय गुण और जरुरी पोषक तत्व अस्थमा का जड़ से इलाज (asthma ka ilaj) करने में सहायक होते है| सबसे पहले लगभग 40 मिलीलीटर दूध में लहसुन की चार से पाँच कलियाँ डालकर अच्छी तरह उबाल लें, जब दूध अच्छी तरह उबल जाएं तो गैस बंद कर दें| इस मिश्रण को पीने से जल्द अस्थमा की परेशानी में आराम प्राप्त होता है|
अस्थमा की घरेलू दवा है अंजीर (Figs : Home Remedies For Asthma in Hindi)
यह तो हम सभी जानते है की सूखी अंजीर बहुत गुणकारी होने के साथ साथ कई सारी बीमारियो को भी दूर करने में लाभदायक होती है| अंजीर में मौजूद गुण और पोषक तत्व अस्थमा की परेशानी से राहत दिलाने के साथ साथ कफ को जमने से भी रोकने में मददगार साबित होते है| सबसे पहले गर्म पानी में एक या दो सूखी अंजीर को पानी में भिगोकर रातभर के लिए रख दें, फिर अगली सुबह उठकर खाली पेट भीगी हुई अंजीर का सेवन कर लें। दमा की घरेलू दवा का सेवन करने से जल्द सांस की नली में जमा हुआ बलगम बाहर निकल जाता है और अस्थमा में भी राहत मिलती है| कुछ इंसान अंजीर को अस्थमा का जड़ से इलाज (asthma treatment in hindi) या अस्थमा का घरेलू उपाय के रूप में भी जानते है।
अस्थमा का घरेलू उपचार है अजवाइन (Ajwain : Home Remedies For Asthma in Hindi )
अस्थमा से पीड़ित इंसान अस्थमा की अंग्रेजी दवा खाने से बेहतर दमा के घरेलू उपचार अपनाना ज्यादा पसंद करते है, अगर आप अस्थमा की परेशानी से पीड़ित है और आप अस्थमा का जड़ से इलाज (asthma ka ilaj) या अस्थमा के रामबाण इलाज उपाय सर्च कर रहे है तो अजवाइन आपके लिए बेहतरीन विकल्प साबित हो सकती है| अजवाइन में मौजूद औषधीय गुण और जरुरी तत्व अस्थमा की परेशानी को समाप्त करने में मददगार साबित होते है| सबसे एक गिलास पानी को गर्म होने की लिए रख दें फिर उसमे लगभग एक चम्मच अजवाइन डालकर पानी को गर्म होने दें, जब पानी उबलने लगे तब पानी में उठती हुई भाप को लेने से जल्द आराम मिलता है|
एलर्जी अस्थमा का इलाज है मेथी (Fenugreek : Home Remedies For Asthma in Hindi)
मेथी का उपयोग लगभग सभी घरो में किया जाता है, लेकिन काफी कम इंसान जानते है की मेथी से अस्थमा का इलाज (asthma ka ilaj) भी किया जा सकता है| मेथी में मौजूद औषधीय गुण और जरुरी पोषक तत्व अस्थमा की परेशानी को समाप्त करने में मददगार साबित होते है, अस्थमा का घरेलू उपचार (Home remedies for Asthma) करने के लिए सबसे पहले एक गिलास पानी लेकर उसे गर्म होने के लिए रख दें| फिर इस पानी में लगभग चौथाई चम्मच मेथी के दाने डालकर पानी को उबलने दें|
जब पानी उबलकर एक तिहाई रह जाएं तो गैस को बंद कर दें, फिर इस पानी को कप में छान लें उसके बाद पानी में थोड़ा सा अदरक का रस और शहद डालकर अच्छी तरह से मिलाकर पी लें| मेथी के इस उपाय को रोजाना सुबह और शाम को पीने से जल्द अस्थमा की परेशानी से राहत मिलती है| कुछ लोग मेथी को अस्थमा का सफल उपचार (dama ka ilaj) या अस्थमा का जड़ से इलाज भी कहते है|
दमा का देसी इलाज है अदरक (Ginger : Home Remedies For Asthma in Hindi)
अदरक भी अस्थमा का जड़ से इलाज (asthma ka ilaj) करने में मददगार होता है, अदरक का उपयोग लगभग सभी घरो में किया जाता है| अदरक में मौजूद औषधीय गुण और तत्व दमा का सफल इलाज करने में सहायक होते है| सबसे पहले लहसुन की दो कलियाँ लेकर उन्हें छील लें, फिर लहसुन की कलियों को पीसकर पेस्ट बना लें, फिर इस पेस्ट को अदरक की चाय में मिलाकर पीने से जल्द आराम मिलता है| अदरक के इस नुस्खे को आप अस्थमा का जड़ से इलाज या दमा का घरेलू इलाज (dama ka ilaj) भी कह सकते है|
दमा का देसी उपचार है करेला (Karela or Bitter Gourd : Home Remedies For Asthma in Hindi)
करेले से अस्थमा का जड़ से इलाज किया जा सकता है, करेले में मौजूद गुण और जरुरी पोषक तत्व अस्थमा की परेशानी को दूर करने में सहायक होते है| सबसे पहले एक करेले को पीसकर पेस्ट बना लें, फिर इस पेस्ट में से एक चम्मच पेस्ट, थोड़ा सा तुलसी के पत्ते के रस और शहद लेकर तीनो को अच्छी तरह से मिलाकर खाने से जल्द अस्थमा में फायदा होता है। करेले को अस्थमा का जड़ से इलाज (asthma ka ilaj) या दमा की आयुर्वेदिक दवा भी कहा जाता है|
अस्थमा का आयुर्वेदिक इलाज है सरसों का तेल (Mustard Oil : Home Remedies For Asthma in Hindi)
सरसो के तेल के बारे में तो सभी भली भांति जानते ही है, सरसो के तेल का इस्तेमाल सभी घरो में खाना बनाने में किया जाता है| दमा की घरेलू दवा बनाने के लिए सबसे पहले सरसो के तेल में थोड़ा सा कपूर डालकर अच्छी तरह से मिला लें, फिर कपूर मिले सरसो के तेल से पीड़ित की छाती और रीढ़ की हड्डी पर सरसों का तेल लगाकर हल्के हाथ से मालिश कर लें| मालिश करने के थोड़ी देर बाद स्टीमबाथ लेने से जल्द आराम (dama ka ilaj) मिलता है|
अस्थमा का आयुर्वेदिक इलाज है प्याज (Onion : Home Remedies For Asthma in Hindi)
प्याज का उपयोग सभी घरो में खाना बनाने से लेकर सलाद के रूप में किया जाता है, प्याज में मौजूद औषधीय गुण और जरुरी पोषक तत्व जैसे सल्फर फेफड़ो की जलन को कम करने के साथ साथ फेफड़ो से सम्बंधित परेशानियो को कम करने में लाभकारी होते है| अगर आप अस्थमा का जड़ से इलाज या अस्थमा का सफल उपचार (asthma ka ilaj) ढूंढ रहे है तो प्याज आपके लिए बेहतरीन विकल्प साबित हो सकते है| नियमित रूप से कच्ची प्याज का सेवन सलाद के रूप में करने से जल्द अस्थमा की परेशानी में राहत मिलती है|
अस्थमा का आयुर्वेदिक इलाज है सहजन (Sahjan : Home Remedies For Asthma in Hindi)
अगर आप अस्थमा की समस्या से पीड़ित है और अस्थमा का जड़ से इलाज (asthma ka ilaj) या अस्थमा का घरेलु उपचार ढूंढ रहे है तो सहजन आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है| सहजन में मौजूद औषधीय गुण और तत्व कफ को कम करने में सहायक होते है, नियमित रूप से सहजन की सब्जी का सेवन करने से जल्द अस्थमा की परेशानी में आराम मिलता है|
अस्थमा का जड़ से इलाज है आंवला पाउडर (Amla Powder Benefits in Treatment of Asthma in Hindi)
आयुर्वेदिक चिकित्सको के अनुसार अस्थमा की परेशानी से राहत दिलाने में आंवला भी काफी मददगार होता है| दरसल आवंले में मौजूद औषधीय गुण और जरुरी पोषक तत्व शरीर की इम्युनिटी पावर को बढ़ने के साथ साथ अस्थमा के लक्षणों को कम करने में मददगार साबित होते है| नियमित रूप से आवंले का सेवन किसी भी रूप में करें जैसे कच्चा आंवला या आंवला पाउडर या आंवला कैंडी का सेवन करने से जल्द आराम (dama ka ilaj) मिलता है|
अस्थमा या दमा की आयुर्वेदिक दवा है बड़ी इलायची ( Black cardamom : Home Remedies For Asthma in Hindi)
बड़ी इलायची का इस्तेमाल सभी घरो में मसाले के रूप में किया जाता है, लेकिन कया आप जानते है की बड़ी इलाइची कफ करने के साथ साथ अस्थमा के लक्षणों को कम करने में भी सहायक होती है| अगर आप अस्थमा का जड़ से इलाज (asthma ka ilaj) या दमा की घरेलू दवा ढूंढ रहे है तो काली मिर्च आपके लिए लाभकारी साबित हो सकती है| नियमित रूप से खाने में बड़ी इलाइची का सेवन करने से जल्द आराम मिलता है|
अस्थमा या दमा का रामबाण इलाज है हल्दी वाला दूध (Haldi Milk Help to Get Relief from Asthma in Hindi)
यह तो हम सभी जानते है की हल्दी बहुत ज्यादा लाभकारी होती है, हल्दी का इस्तेमाल खाना बनाने से लेकर कई सारी परेशानियो को दूर करने में भी किया जा सकता है| हल्दी में मौजूद औषधीय गुण और जरुरी पोषक तत्व अस्थमा का सफल उपचार (asthma ka ilaj) करने में मददगार होते है, सबसे पहले एक गिलास दूध को गर्म होने के लिए रख दें फिर इसमें थोड़ी सी हल्दी डालकर दूध को अच्छी तरह से पका लें, जब दूध अच्छी तरह से पक जाएं तो गैस बंद कर दें, हल्दी पके दूध को पीने से जल्द आराम मिलता है|
दमा का घरेलू उपचार है शहद (Honey : Home Remedies For Asthma in Hindi)
शहद का इस्तेमाल अधिकतर घरो में किया जाता है, शहद खाना लगभग सभी को पसंद होता है| शहद स्वादिष्ट होने के साथ साथ गुणों से भरपूर होता है, आधा चम्मच शहद में चुटकी भर हल्दी डालकर अच्छी तरह से मिलाकर चाटने से अस्थमा की परेशानी में आराम मिलता है| शहद के इस घरेलू उपाय को अस्थमा का जड़ से इलाज (asthma ka ilaj) या दमा की घरेलू दवा भी कह सकते है|
अस्थमा का जड़ से इलाज इन हिंदी है तुलसी (Tulsi : Home Remedies For Asthma in Hindi)
अस्थमा की परेशानी को दूर करने के लिए हम आपको एक काढ़ा बताने जा रहे है जिसे पीने से आपको काफी आराम मिलता है| सबसे पहले एक गिलास पानी में तुलसी के पत्ते और थोड़ा सा सेंधा नमक डालकर गर्म होने के लिए रख दें फिर सोंठ, जीरा और भुनी हुई हींग थोड़ी थोड़ी मात्रा में लेकर पीस लें, फिर कूटे हुए मिश्रण को पानी में डाल कर पानी को अच्छी तरह उबाल लें| फिर गैस बंद करके मिश्रण को छान कर पीने से जल्द अस्थमा की समस्या (dama ka ilaj) दूर हो जाएगी।
अस्थमा की परेशानी से राहत दिलाने में फाएदेमंद है कॉफी (Coffee : Home Remedies For Asthma in Hindi)
कॉफी का सेवन करना लगभग सभी को पसंद होता है लेकिन कया आपको पता है कॉफी में मौजूद ब्रोंको डायलेटर गुण अस्थमा के लक्षणों को कम करने में मददगार होते है| नियमित रूप से सिमित मात्रा में कॉफी का सेवन करने से अस्थमा (dama ka ilaj) की परेशानी में आराम मिलता है| लेकिन कॉफी का सेवन अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए अधिक मात्रा में कॉफी पीना हानिकारक हो सकता है|
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अस्थमा को रोकने के उपाय और जरुरी टिप्स या तरीका (How to Prevent Asthma in Hindi)
अगर आप अस्थमा की परेशानी से पीड़ित हो आप अस्थमा का घरेलू उपचार (Home remedies for Asthma) या अस्थमा का जड़ से इलाज अपना रहे है तो आपको कुछ सावधानियां रखना भी बहुत जरुरी है| निम्न बातो को अपनाकर आप अस्थमा की परेशानी से रहत प्राप्त कर सकते है
- अगर आप अस्थमा की परेशानी से पीड़ित है तो आपको बारिश और सर्दी और धूल भरी जगह जाने से बचने की कोशिश करनी चाहिए क्योंकि धूल भरी जगह जाने पर या सर्दी या बारिश के मौसम बाहर जाने से संक्रमण बढ़ने की प्रबल संभावना होती है।
- दमा की परेशानी से पीड़ित इंसान को अधिक ठंडी जगह जाने से बचना चाहिए, ज्यादा ठंड में अस्थमा के लक्षण बढ़ जाते हैं।
- घर से बाहर निकलते समय मुंह पर मास्क लगा कर जाना चाहिए, अगर मास्क ना हो तो रुमाल बाँध लें|
सर्दी के मौसम में कोहरे या धुंध वाली जगह पर जाने से बचना चाहिए। - अस्थमा से पीड़ित इंसान को ताजा पेंट हुई जगह या कीटनाशक दवा डाली हो या स्प्रे वाली जगह पर जाने से बचना चाहिए|
- अगरबत्ती या धूपबत्ती के धुंए या मच्छर भगाने वाली कॉइल के धुंए या खुशबुदार इत्र के संपर्क में नहीं आना चाहिए|
- धूम्रपान करने वाले व्यक्तियों से दमा के मरीज को दूर रहना चाहिए।
दमा या अस्थमा में कया खाएं या अस्थमा में किन चीजों का सेवन करना चाहिए
अगर आप अस्थमा की परेशानी को दूर करने के लिए अस्थमा का घरेलू उपचार (dama ka ilaj) अपना रहे है तो आपको अपने खानपान का भी खास खयाल रखना बहुत जरुरी है| चलिए अब हम आपको अस्थमा में कया खाना चाहिए इसके बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है
- अस्थमा की परेशानी से पीड़ित इंसान को गेहूँ, मूँग, जौ इत्यादि का सेवन करना चाहिए|
- अस्थमा के रोगी को ताज़ी हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना चाहिए।
- दमा में पालक और गाजर का रस पीना लाभकारी होता है।
- अस्थमा के मरीज के खाने में लहसुन, हल्दी, काली मिर्च और अदरक को जरूर डालें क्योंकि यह सभी चीजे दमा या अस्थमा की परेशानी से राहत दिलाने में सहायक होते है|
- अगर आप अस्थमा की परेशानी से पीड़ित है तो आपको सादे पानी की जगह गुनगुने पानी का सेवन करना फायदेमंद होता है|
- शहद का सेवन भी लाभकारी होता है|
अस्थमा में परहेज या अस्थमा में कया नहीं खाना चाहिए
अगर आप अस्थमा का घरेलू उपचार (asthma treatment in hindi) अपनाते समय कुछ चीजों का परहेज नहीं करते है तो आपकी बिमारी बड़ सकती है| चलिए अब हम आपको अस्थमा में परहेज के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है
- अस्थमा की परेशानी से पीड़ित इंसान को अधिक तला हुआ आहार लेने से बचना चाहिए|
- अधिक मसाले वाली चीजे या तीखा खाना खाने से परहेज करें|
- दमा की परेशानी से पीड़ित इंसान को अधिक मीठा या मीठी चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए|
- अस्थमा के रोगियों को ऐसी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए जिनमे प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसा हो|
- अस्थमा के रोगी को ठंडी तासीर वाली चीजें जैसे कोल्ड ड्रिंक, ठण्डा पानी और दही इत्यादि चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
- अंडा, मांस और मछली इत्यादि का सेवन अस्थमा की परेशानी में हानिकारक हो सकता है।
अस्थमा (दमा) में शारीरिक व्यायाम: Physical exercise for Asthma Patients in Hindi
यह तो हम सभी जानते है अस्थमा या दमा की परेशानी फेफड़ों को प्रभावित करती है, ऐसे में शरीर को स्वस्थ रखने के लिए एक्सरसाइज़ की सलाह भी दी जाती है| हालाँकि अस्थमा की परेशानी से पीड़ित इंसान को अपनी मर्जी से एक्सरसाइज़ नहीं करनी चाहिए, क्योंकि आपकी बिमारी की गंभीरता के हिसाब से एक्सरसाइज़ करनी चाहिए| दमा के मरीज को ऐसी एक्सरसाइज़ करने की सलाह दी जाती जिनमे उनके फेफड़ो पर दबाव ना पढ़ें,
- अस्थमा से पीड़ित इंसान के लिए तैरना भी लाभकारी होता है, उचित मात्रा में गर्म पानी में तैरने से आपकी छाती पर पानी का दबाव पड़ता है, जिससे आपको बेहतर सांस लेने में मदद मिलती है|
- यह तो सभी जानते है की सुबह टहलना लाभदायक होता है, अस्थमा के रोगी के लिए भी सुबह टहलना फायदेमंद होता है लेकिन अगर ठंड बहुत ज्यादा है या बाहर धूल मिटटी है तो आपको बाहर जाकर नहीं टहलना चाहिए|
- दमा की परेशानी से पीड़ित इंसान के लिए पैदल चलना भी लाभकारी होता है, लेकिन ज्यादा चलना भी खतरनाक हो सकता है|
निष्कर्ष – हम आशा करते है की आपको हमारे लेख अस्थमा का जड़ से इलाज या अस्थमा की आयुर्वेदिक दवा में दी गई जानकारी पसंद आई होगी, लेकिन अगर आप अस्थमा के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो आप गूगल या बिंग पर अस्थमा का घरेलू इलाज (Home Remedies For Asthma in Hindi) या दमा की आयुर्वेदिक दवा लिखकर सर्च कर सकते है|