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Thu. Sep 28th, 2023
benefits of giloy in hindi

गिलोय के फायदे & नुकसान (benefits of giloy in hindi) : गिलोय (Tinospora Cordifolia) के बारे लगभग सभी जानते है,प्राचीन समय से ही गिलोय का उपयोग एक औषधि के रूप में होता आया है| आज हम अपने इस लेख में गिलोय के फायदे  (Giloy ke fayde) के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है, गिलोय बेल के रूप में होती है नीम के पेड़ पर छड़ी हुई गिलोय सबसे बेहतर मानी जाती है| गिलोय में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और कैंसर रोधी गुण होने की वजह से यह बुखार, पीलिया, गठिया, डायबिटीज, कब्ज़, एसिडिटी, अपच, मूत्र संबंधी रोग इत्यादि में आराम दिलाने में सहायक होते है| चलिए अब हम गिलोय के फायदे के बारे में बताते है –

Table of Contents

गिलोय तुलसी के फायदे – benefits of giloy in hindi

तुलसी का पौधा आपको भारत के लगभग सभी घरो में मिल जाएगा,तुलसी को प्राचीन समय से औषधीय गुणों से भरपूर बताया गया है| तुलसी और गिलोय दोनों ही औषधीय गुणों से भरपूर होने की वजह से हमारे शरीर के लिए लाभदायक होने के साथ साथ कई सारी बीमारियो को समाप्त करने में भी सहायक होते है| गिलोय और तुलसी का सेवन साथ करने के हमारे शरीर को काफी लाभ मिलता है,दोनों का साथ में सेवन करने का तरीका है सबसे पहले तुलसी के थोड़े से पत्ते लेकर उन्हें अच्छी तरह से धो लें,फिर एक छोटा गिलोय के तने का टुकड़ा लें लें| फिर दोनों चीजों को साथ में कूट लें फिर एक गिलास पानी को गर्म होने रख दें अब उस पानी में गिलोय और तुलसी का पेस्ट डालकर अच्छी तरह से पकाएं| जब पानी पककर आधा हो जाएं तब गैस से उतार कर मिश्रण को छान लें,इस छाने हुए मिश्रण को थोड़ा थोड़ा करके पी लें| सुबह और शाम गिलोय और तुलसी के इस मिश्रण का सेवन करने से शरीर की इम्युनिटी पॉवर बढ़ती है,पाचन तंत्र सही होता है और अगर आपको बुखार की परेशानी है तो वो भी सही हो जाता है| अगर आप पर समय की कमी है या आपके पास गिलोय का तना उपलब्ध नहीं है तो हम आपको बता दें की आज के समय आपको बाजार में अलग अलग कंपनी के गिलोय तुलसी का मिश्रण मौजूद है,आप उन्हें खरीद का सीधे उपयोग कर सकते है|

गिलोय की लकड़ी के फायदे – giloy ka fayda

गिलोय की लकड़ी के फायदे (benefits of giloy in hindi) बहुत सारे है,शरीर की इम्युनिटी पॉवर से लेकर बुखार तक बहुत साड़ी परेशानियो को दूर करने में लाभकारी होती है| गिलोय की लकड़ी का फायदा प्राप्त करने के लिए गिलोय की लकड़ी का काढ़ा पीने से मिलता है| गिलोय की लकड़ी का कड़ा बनाने के लिएसबसे पहले गिलोय की लकड़ी के छोटे छोटे टुकड़ें करने के बाद उन्हें हल्का सा कूट लें,फिर एक गिलास पानी को गर्म करने के लिए रख दें अब कूटी हुई गिलोय की लकड़ी को उस पानी में डालकर पानी को पकने दें| जब पानी आधा रह जाएं तब उस पानी को एक गिलास में छान लें,हल्का गुनगुना पी लें| नियमित रूप से इस काढ़े को पीने जल्द शरीर की इम्युनिटी पॉवर बढ़ने के साथ साथ आपका पाचन तंत्र बेहतर महसूस होगा|

पतंजलि गिलोय स्वरस के फायदे, गिलोय जूस के फायदे, Benefits of Giloy Juice in hindi

गिलोय में मौजूद औषधीय गुणों को देखते हुए आज कई कंपनियो ने गिलोय प्रोडक्ट बनाने शुरू कर दिए है जैसे गिलोय टेबलेट,गिलोय चूर्ण और गिलोय स्वरस या जूस इत्यादि बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि के बारे में सभी जानते ही है,पतंजलि ने भी गिलोय जूस का निर्माण किया है जिसका नाम है पतंजलि स्वरस| गिलोय जूस पीने से भी हमारे शरीर को काफी लाभ मिलता है,अगर आप बुखार,रूमेटाइड आर्थराइटिस,एनीमिया की परेशानी, इम्यूनिटी पॉवर  कमजोर होना इत्यादि परेशानी का सामना कर रहे है तो पतंजलि गिलोईश्वरस आपके लिए फायदेमंद है| नियमित रूप से सुबह और शाम पतंजलि स्वरस या जूस पीने से आपकी काफी सारी परेशानियां दूर हो जाती है|

पतंजलि गिलोय घन वटी के फायदे, गिलोय टेबलेट के फायदे, गिलोय की गोली, डाबर गिलोय घनवटी के फायदे, बैद्यनाथ गिलोय घन वटी के फायदे, giloy ghanvati tablet uses in hindi

गिलोय के औषधीय फायदों से प्रभावित होकर आज बाबा रामदेव की कंपनी पंतजलि,डाबर और बैद्यनाथ जैसी बड़ी कंपनी ने गिलोय की टेबलेट का निर्माण करना शुरू कर दिया है| आज अगर आप बाजार में गिलोय की टेबलेट लेने जाएंगे तो पतंजलि गिलोय घन वटी, डाबर गिलोय घनवटी, बैद्यनाथ गिलोय घन वटी इत्यादि उपलब्ध मिलेंगी| चलिए अब हम आपको पतंजलि गिलोय घनवटी के बारे में बताते है,पतंजलि गिलोय घन वटी ( patanjali giloy ghan vati benefits in hindi) आपको पतंजलि स्टोर से खरीद सकते है और आप चाहे तो पतंजलि गिलोय घनवटी ऑनलाइन ( patanjali giloy ghan vati buy online ) भी खरीद सकते है| चलिए अब हम आपको पंतजलि गिलोय घन वटी के फायदे के बारे में जानकारी दे रहे है

  •  सामान्य बुखार आने पर भी पतंजलि गिलोय घनवटी का सेवन करने से जल्द आराम पहुँचता है|
  • शरीर की प्रतिरोधक क्षमता या इम्यूनिटी पावर को बढ़ाने के लिए पतंजलि गिलोय घन वटी का सेवन लाभकारी होता है|
  • पतंजलि गिलोय घनवटी का सेवन नियमित रूप से करने पर आप अपनी त्वचा से सम्बंधित परेशानियो को दूर करने के साथ साथ त्वचा को स्वस्थ भी रख सकते है|
  • पतंजलि गिलोय घनवटी का सेवन करने से यूरिन से सम्बंधित परेशानियो में भी लाभ मिलता है|
  • अगर आप मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया इत्यादि परेशानियो का सामना कर रहे है तो पतंजलि गिलोय घनवटी का सेवन करने से आपको इन परेशानियो से छुटकारा मिल जाता है|

गिलोय के पत्ते के फायदे – benefits of giloy in hindi

गिलोय के पत्तो में मौजूद कैल्शि‍यम, प्रोटीन, फॉस्फोरस के साथ साथ कई सारे अन्य पोषक तत्व हमारी त्वचा और शरीर के लिए लाभदायक होते है| अगर आप त्वचा से सम्बंधित परेशानी जैसे कील मुहांसे,पिंपल्स एलर्जी इत्यादि का सामना कर रहे है तो गिलोय के पत्तो को पीसकर त्वचा पर लगाने से लाभ मिलता है| गिलोय के पत्तो का सेवन करने से खून की कमी या एनीमिया की परेशानी भी दूर हो जाती है और अगर पाचन से सम्बंधित परेशानी जैसे कब्ज और गैस इत्यादि का सामना कर रहे है तो भी गिलोय के पत्तो का सेवन करने से कुछ ही दिनों में आपका पाचन तंत्र बेहतर और मजबूत हो जाता है|

नीम गिलोय तुलसी के फायदे, नीम गिलोय के फायदे इन हिंदी

प्राचीन समय से नीम,गिलोय और तुलसी को औषधि के रूप में उपयोग किया जाता है| नीम,तुलसी और गिलोय तीनो में मौजूद गुण हमारे शरीर के फायदेमंद होने के साथ साथ कई सारी बीमारियो को भी समाप्त करने में मददगार होते है| नीम,गिलोय तुलसी का काढ़ा सबसे ज्यादा उपयोग में लाया जाता है,तीनो चीजों का काढ़ा बनाने के लिए सबसे पहले नीम और तुलसी के कुछ पत्तो को लेकर अच्छी तरह से धो लें,गिलोय की लकड़ी लेकर उसके छोटे-छोटे टुकड़े कर लें| अब तीनो चीजों को एक साथ कूट लें फिर लगभग 4 कप पानी लेकर उसे गर्म होने के लिए गैस पर रख दें,पानी में कूटे हुए गिलोय, नीम और तुलसी को डाल दें और पानी को उबलने दें| जब पानी चौथाई रह जाएं तब उसमे थोड़ा सा काला गुड़ डाल दें,अब मिश्रण को किसी कप में छान कर सेवन कर लें| इस मिश्रण का सेवन करने से आपको बुखार में राहत मिलती है पाचन तंत्र सही रहता है|

गिलोय चूर्ण के फायदे – benefits of giloy in hindi

गिलोय की जड़ से लेकर पत्तो तक सभी हमारे शरीर के लिए फायदेमंद होती है| गिलोय चूर्ण बहुत सारी परेशानियो को दूर करने में सहायक होता है| गिलोय चूर्ण पीलिया, पुराने से पुराने बुखार, डेंगू,मलेरिया,पेट सम्बंधित परेशानियो को दूर करने में इत्यादि बीमारियो को दूर करने में सहायक होती है,अगर आप पीलिया की परेशानी से पीड़ित है तो गिलोय चूर्ण, त्रिफला चूर्ण और शहद तीनो को बराबर मात्रा में लेकर अच्छी तरह से मिलाकर किसी बर्तन में रख लें,फिर इसमें से ऊँगली की मदद से थोड़ा थोड़ा करके चाट कर सेवन करने से लाभ मिलता है|

प्रेगनेंसी में गिलोय के फायदे – benefits of giloy in hindi

प्रेग्नेंट महिलाओ को गिलोय का सेवन करना चाहिए या नहीं, तो हम आपको बता दें प्रेग्नेंट महिलाओ को गिलोय का सेवन करने से बचना चाहिए और अगर जरुरी हो तो गिलोय का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें| हालाँकि यह भी सच है की अगर उचित मात्रा में गिलोय का सेवन किया जाए तो महिला और उसके अंदर पल रहे बच्चे के लिए काफी लाभदायक होता है| लेकिन आपके हिसाब से गिलोय की उचित मात्रा की सटीक जानकारी आपको डॉक्टर ही दे सकते है,हम आपको सलाह देंगे की कभी भी अपनी मर्जी से गिलोय का सेवन बिलकुल भी ना करें|

गिलोय के फायदे (Giloy ke fayde in hindi), benefits of giloy in hindi

गिलोय के अनगिनत फायदे है,गिलोय या गुडूची (Guduchi) में मौजूद गुणों की वजह से ही आयुर्वेद में गिलोय को अमृता कहा गया है| गिलोय पाचन संबंधी रोगों को दूर करने में, सांस संबंधी रोग ( जैसे अस्थमा और खांसी इत्यादि), डायबिटीज, कब्ज़ और पीलिया इत्यादि कई अन्य बीमारियों को सही करने में मददगार होती है| चलिए अब हम आपको गिलोय के फायदों (Giloy  ke fayde) के बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे है –

1 – डायबिटीज को कम करने में गिलोय के फायदे (Giloy benefits for diabetes in hindi)

आज के समय में मधुमेह की परेशानी से पीड़ित लोगो की संख्या काफी ज्यादा हो चुकी है मधुमेह की परेशानी से पीड़ित पुरुष और महिला दोनों ही होते है| गिलोय में मौजूद गुण टाइप-2 डायबिटीज को नियंत्रित करने में मददगार साबित होते है,किसी भी इंसान के शरीर में जब इन्सुलिन की मात्रा कम होने लगे और ब्लड में शुगर की मात्रा का स्तर बड़ जाए तो उस उस इंसान को मधुमेह के रोग से पीड़ित माना जाता है| गिलोय ब्लड में शुगर की मात्रा को संतुलित करने के लिए इन्सुलिन की मात्रा को बढ़ाने में मदद करती है, डायबिटीज की परेशानी को कम करने के लिए आप गिलोय (Giloy in hindi) का सेवन दो तरह से कर सकते हैं। अगर आपके पास गिलोय जूस उपलब्ध है नियमित रूप से सुबह खाली पेट एक कप पानी में लगभग दो या तीन चम्मच गिलोय जूस डालकर अच्छी तरह से मिलकर पी लें,कुछ ही दिनों में आपको मधुमेह की परेशानी में फर्क दिखाई देने लगेगा|  आप मधुमेह के रोग में लाभ लेने के लिए गिलोय चूर्ण का उपयोग भी कर सकते है,नियमित रूप से सुबह और शाम खाना खाने के लगभग एक घंटे बाद आधा चम्मच गिलोय चूर्ण को पानी के साथ सेवन करें|

2- डेंगू को समाप्त करने में गिलोय के फायदे (Giloy benefits for dengue in hindi) :

डेंगू की परेशानी को समाप्त करने में भी गिलोय काफी फायदेमंद (benefits of giloy in hindi) माना जाता है,गिलोय में मौजूद गुण और पोषक तत्व डेंगू की परेशानी को समाप्त करने में मदद करते है| डेंगू की बिमारी में मरीज को तेजी से बुखार आ जाता है,डेंगू के मरीज को नियमित रूप से सुबह और शाम खाना खाने से लगभग एक घंटा पहले दो चम्मच गिलोय जूस (Giloy juice) को एक कप पानी में डालकर अच्छी तरह से मिलाकर पीने से बहुत जल्द डेंगू की परेशानी से छुटकारा प्राप्त हो जाता है|

3- अपच (Giloy benefits for indigestion in hindi) :

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में अधिकतर इंसान पाचन संबंधी समस्या जैसे कब्ज़, एसिडिटी, अपच इत्यादि का सामना कर रहे है| पाचन सम्बन्धी समस्या होने का प्रमुख कारण असमय और असंतुलित भोजन भी होता है,अगर आप भी पाचन सम्बंधित परेशानियो का सामना कर रहे ही तो आपके लिए गिलोय किसी वरदान से कम नहीं है| गिलोय का नियमित रूप से सेवन करने से आप पाचन संबंधित परेशानियो से छुटकारा मिल सकता है| नियमित रूप से रात को सोने से पहले गर्म पानी के साथ एक चम्मच गिलोय चूर्ण का सेवन करने से बहुत जल्द आपका पाचन तंत्र मजबूत होने लगता है और पाचन सम्बंधित विकार दूर होने लगते है|

4 – आँखों के रोग में गिलोय के फायदे (Benefits of Giloy to Cure Eye Disease in Hindi)

आँख से सम्बंधित रोगो को दूर करने में भी गिलोय के औषधीय गुण मददगार होते है| अगर आपको आँखों के आगे अँधेरा छा जाता है,आँखों में चुभन होती है,सफ़ेद या काला मोतियाबिंद और आँखों की रौशनी में कमी इत्यादि परेशानी में गिलोय फायदेमंद होती है| 10 मिली गिलोय के रस, एक ग्राम ग्राम शहद और एक ग्राम सेंधा नमक तीनो को अच्छी तरह से मिला लें अब इस मिश्रण को काजल की तरह रोजाना लगाने से आँखों के आगे अँधेरा छाना, चुभन, और काला तथा सफेद मोतियाबिंद रोग जैसी परेशानियो में लाभ प्राप्त होता है|

आँखों की रौशनी बढ़ाने के लिए गिलोय रस, त्रिफला,पिप्पली चूर्ण और शहद को मिलाकर नियमित रूप से सुबह और शाम सेवन करने से कुछ ही दिनों में आपकी आँखों की रौशनी बढ़ने लगती है| आँखों की रौशनी बढ़ाने के लिए इस दवा का सही मात्रा और सही तरह से सेवन करना बहुत जरुरी है इसीलिए किसी वैध के परामर्श के बाद ही इस घरेलू उपाय का उपयोग करें|

5 – कान की बीमारी में फायदेमंद गिलोय का प्रयोग (Uses of Giloy in Eye Disorder in Hindi)

कान से सम्बंधित परेशानियो को दूर करने में भी गिलोय के फायदे (benefits of giloy in hindi) है,अक्सर कान में गंदगी होने की वजह से कान में दर्द जैसी परेशानी भी हो जाती है| कान की परेशानी को दूर करने के लिए सबसे पहले गिलोय का तना लेकर उसे थोड़े से पानी के साथ घिस लें,घिसे हुए रस में से दो बूँद रस कान में डालने से कान का मैल बाहर निकल जाता है| कान की गन्दगी निकालने में गिलोय के फायदे (benefits of giloy in hindi) देखे जा सकते है,लेकिन हम सलाह देंगे की कान में दर्द होने पर एक बार चिकित्सक या वैध से परामर्श जरूर लें|

6 – हिचकी की परेशानी को समाप्त करने में गिलोय के फायदे (Giloy Benefits to Stop Hiccup in Hindi)

किसी भी महिला या पुरुष को हिचकी आना आम बात है,लेकिन कई बार हिचकी लगातार आती रहती है ऐसे में इंसान हिचकी बंद करने के उपाय सर्च करता है| अगर आप या आपके परिवार में कोई हिचकी की समस्या से पीड़ित है तो गिलोय के फायदे हिचकी बंद करने में मददगार साबित होते है| थोड़ा सा गिलोय चूर्ण तथा सोंठ के चूर्ण को आपस में मिलाकर मरीज को सुंघाने से कुछ समय में हिचकी बन्द हो जाती है आप चाहे तो गिलोय और सोंठ का चूर्ण लेकर दोनों को पीस कर चटनी बनाकर एक कप दूध के साथ मिलाकर पिलाने से भी हिचकी बंद हो जाती है|

7 – उलटी को बंद करने में गिलोय के फायदे (Benefits of Giloy to Stop Vomiting in Hindi)

उल्टी की समस्या किसी भी इंसान के साथ कभी भी हो सकती है,लेकिन उल्टी का इलाज करने से पहले सबसे उल्टी होने की वजह जानना बहुत जरुरी होता है| अगर आपको एसिडिटी की वजह से उल्टी हो रही है तो गिलोय आपके लिए फायदेमंद होती है| थोड़े से गिलोय के रस में मिश्री डालकर अच्छी तरह से मिला कर सुबह और शाम पीने से उल्टी की समस्या समाप्त हो जाती है| लेकिन हम आपको सलाह देंगे की उल्टी की समस्या होने पर किसी चिकित्सक या वैध के परामर्श के बाद ही गिलोय का इस्तेमाल करें क्योंकि उल्टी होने की वजह जानना भी बहुत जरुरी है|

8 – बवासीर की परेशानी में गिलोय के फायदे (Giloy Uses in Piles Treatment in Hindi)

बवासीर की परेशानी से पीड़ित इंसानो की संख्या आज के समय में काफी ज्यादा हो गई है| बवासीर खुनी और मस्से वाली हो सकती है,बवासीर की परेशानी को समाप्त करने में भी गिलोय के फायदे देखने को मिल सकते है| अगर आप बवासीर की परेशानी से पीड़ित है तो सबसे पहले हरड़, गिलोय और धनिया तीनो को बराबर बराबर मात्रा में लें लें फिर किसी बर्तन में आधा लीटर पानी डालकर उबलने के लिए रख दें,उसमे हरड़,गिलोय और धनिए को दाल कर पकने दें जब पानी पकते हुए चौथाई रह जाएं तब उसमे थोड़ा सा गुड़ डालकर पका लें उसके बाद गैस को बंद करके इस मिर्शण को छान लें| इस मिश्रण को सुबह और शाम पीने से बवासीर की परेशानी जल्द ही ठीक होने लगती है| बवासीर में गिलोय के फायदे ( giloy ke fayde) का पूर्ण लाभ लेने के लिए उचित मात्रा का होना बहुत जरुरी है इसीलिए किसी वैध की सलाह से मिश्रण बनवाकर पीने से जल्द लाभ प्राप्त होता है| ( और अधिक पढ़ें  – बवासीर की गारंटी की दवा & आयुर्वेदिक इलाज)

9 – लीवर से सम्बंधित रोग में गिलोय के फायदे (Giloy Helps in Liver Disorder in Hindi)

अगर आप लिवर से संबंधित परेशानी का सामना कर रहा है तो गिलोय आपके लिए काफी लाभकारी साबित हो सकती है| लिवर से सम्बंधित परेशानी से मुक्ति पाने के लिए गिलोय, अजमोद, छोटी पीपल और नीम को लेकर सब चीजों को एक साथ पीस एक कप पानी में डालकर अच्छी तरह से मिला लें उसके बाद इस मिश्रण को छान कर सेवन कर लें| इस उपाय को नियमित रूप से करने से कुछ ही दिनों में लिवर और पेट से सम्बंधित समस्याओ से निजात मिल जाती है|

10 – रुक-रुक कर पेशाब आने की समस्या में गिलोय के फायदे (Giloy Cures Urinary Problems in Hindi)

आज के समय बहुत सारे ऐसे इंसान है जिन्हे मूत्र विकार सम्बंधित परेशानी का सामना करना पड़ रहा है,अगर आपको पेशाब खुल कर नहीं आ रहा है पेशाब रुक रुक कर अर्थात थोड़ा थोड़ा करके आ रहा है और बार बार पेशाब जाने की इच्छा हो रही है ऐसी परेशानियो को दूर करने में भी आप गिलोय के फायदे देख सकते है| गिलोय के रस में पाषाण भेद चूर्ण और शहद लेकर तीनो चीजों को अच्छी तरह से मिलाकर सेवन करने से रुक-रुक कर पेशाब आने की समस्या से जल्द ही आराम मिलता है|

11 – खांसी को ठीक करने में गिलोय के फायदे (Giloy benefits for cough in hindi) :

खांसी की परेशानी किसी भी इंसान को कभी भी हो सकती है,अगर आप खांसी की समस्या से पीड़ित है तो गिलोय आपके लिए लाभकारी होती है| गिलोय में मौजूद एंटीएलर्जिक गुण खांसी की समस्या को दूर करने में सहायक होते है, खांसी की परेशानी होने पर गिलोय का काढ़ा बहुत ज्यादा लाभकारी होता है,नियमित रूप से दिन में दो बार खाना खाने के बाद गिलोय का काढ़ा पीने से बहुत जल्द खांसी की समस्या से आराम मिलता है|

12- मलेरिया, डेंगू और स्वाइन फ्लू में गिलोय के फायदे (Giloy benefits for fever in hindi) :

गिलोय में मौजूद एंटीपायरेटिक गुण और आने पोषक तत्व पुराने से पुराने बुखार को सही करने में मददगार साबित होते है| अगर आप मलेरिया, डेंगू और स्वाइन फ्लू इत्यादि परेशानी से पीड़ित है तो इन परेशानियो को दूर करने में आप गिलोय के फायदे भी देख सकते है| पतंजलि गिलोय घनवटी पुराने से पुराने बुखार को सही करने के साथ साथ मलेरिया, डेंगू और स्वाइन फ्लू जैसी बीमारियो को दूर करने में भी सहायक होती है| पुराने से पुराने बुखार को ठीक करने के लिए नियमित रूप से सुबह और शाम खाना खाने के बाद गिलोय घनवटी की एक टैबलेट पानी के साथ सेवन करने से जल्द लाभ मिलता है|

13 – इम्युनिटी बढ़ाने में गिलोय के फायदे (Giloy benefits for immunity in hindi) :

अगर आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है तो आपके शरीर को रोग लगने की सम्भावना बहुत ज्यादा होती है और अगर आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है तो आपके शरीर को रोग ग्रस्त होने की सम्भावना काफी कम होती है| शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी गिलोय के फायदे (Giloy ke fayde in hindi) देखे जा सकते है| इम्युनिटी पावर को बढ़ाने के लिए आप चाहे गिलोय चूर्ण, गिलोय सत्व या गिलोय जूस (Giloy juice) का सेवन कर सकते है,इम्युनिटी पॉवर बढ़ाने के लिए नियमित रूप से सुबह और शाम गिलोय घनवटी टेबलेट, गिलोय जूस या गिलोय चूर्ण का सेवन जरूर करना चाहिए| रोजाना गिलोय का सेवन करने से बहुत जल्द आपके शरीर इम्युनिटी पॉवर जल्द बढ़ने लगती है|

14  – पीलिया को समाप्त करने में गिलोय के फायदे  (Giloy benefits for jaundice in hindi)

पीलिया की परेशानी होने पर इंसान पीलिया का इलाज सर्च करता है,लेकिन कया आप जानते है की पीलिया की परेशानी को समाप्त करने में गिलोय भी सहायक होता है| गिलोय में मौजूद गुण और पोषक तत्व पीलिया की परेशानी को समाप्त करने में सहायक होते है,अगर आप पीलिया की परेशानी से पीड़ित है तो थोड़े से गिलोय के ताजे पत्ते लेकर उन्हें अच्छी तरह से धोकर उन्हें पीसकर उनका रस निकाल कर पी लें, नियमित रूप से गिलोय के पत्तो का रस पीने से कुछ ही दिनों में पीलिया की परेशानी में लाभ पहुँचता है|

15  – एनीमिया को समाप्त करने में गिलोय के फायदे (Giloy benefits for anemia in hindi) :

शरीर में ब्लड की कमी किसी भी पुरुष या महिला के साथ हो सकती है,ब्लड की कमी होने की परेशानी को एनीमिया रोग भी कहा जाता है,आमतौर पर देखा जाता है की एनीमिया की परेशानी पुरुषो के मुकाबले महिलाओ में ज्यादा देखने को मिलती है| ऐसे में एनीमिया की परेशानी को दूर करने में गिलोय भी काफी फायदेमंद होती है,नियमित रूप से गिलोय के रस (Giloy juice) का सेवन सुबह और शाम करने से कुछ ही दिनों में शरीर में ब्लड की कमी दूर होने लगती है|

16 – त्वचा सम्बन्धी समस्याओ को दूर करने में गिलोय के फायदे (Giloy benefits for skin problem) :

आज के समय में अधिकतर पुरुष और महिला त्वचा से सम्बंधित परेशानी जैसे पिंपल्स, एलर्जी, कील मुंहासे इत्यादि का सामना कर रहे है| त्वचा सेसम्बंधित परेशानियो को दूर करने में गिलोय काफी फायदेमंद होती है,त्वचा से सम्बंधित परेशानी से छुटकारा पाने के लिए गुडूची (Guduchi) का ताजा तना लेकर उसे बारीक पीस कर पेस्ट बनाकर त्वचा पर लगाने से पिंपल्स, चकत्ते, कील-मुंहासो एलर्जी इत्यादि समस्या बहुत जल्द दूर हो जाती है|

17- गठिया में गिलोय के फायदे (Giloy benefits for rheumatoid arthritis in hindi) :

गिलोय में मौजूद एंटी-आर्थराइटिक गुण गठिया के रोग में आराम दिलाने में सहायक होते हैं।  किसी भी इंसान के शरीर में जब हड्डियां कमजोर हो जाती है तो जोड़ो में दर्द और गठिया जैसी परेशानियां हो जाती है| ऐसे में गिलोय किसी वरदान से कम नहीं है नियमित रूप से गिलोय का सेवन करने से जल्द ही गठिया की परेशानी से जल्द आराम मिलता है| गठिया या जोड़ो में दर्द की समस्या होने पर नियमित रूप से सुबह खाली पेट गिलोय जूस (Giloy juice) का सेवन करने से लाभ प्राप्त होता है|

18- अस्थमा की परेशानी को समाप्त करने में गिलोय के फायदे (Giloy benefits for asthma in hindi) :

अगर आप सांस की परेशानी या अस्थमा की परेशानी से पीड़ित है और आप अस्थमा का घरेलू इलाज सर्च कर रहे है तो गिलोय आपके लिए बेहतर विकल्प साबित हो सकता है| गिलोय या गुडूची (Guduchi) में मौजूद गुण और पोषक तत्व अस्थमा और साँस से सम्बंधित परेशानियो को दूर करने में मददगार साबित होते है, अस्थमा की परेशानी को दूर करने के लिए गिलोय चूर्ण और मुलेठी चूर्ण को बराबर मात्रा में लेकर अच्छी तरह से मिला लें,फिर मिश्रण को थोड़े से शहद में मिलाकर सुबह और शाम सेवन करने से जल्द आराम मिलता है| अस्थमा की परेशानी को जल्द समाप्त करने के लिए उचित मात्रा में दवा लेना जरुरी है, इसीलिए किसी वैध या चिकित्सक से सलाह और दवा की उचित खुराक की जानकारी लेने के बाद सेवन करें| नियमित रूप से इस घरेलू उपाय को करने से अस्थमा की परेशानी से जल्द आराम मिलता है|

गिलोय के नुकसान और सावधानियां (Giloy side effects in hindi):

हालाँकि गिलोय के नुक्सान बहुत ही कम देखने को मिलते है लेकिन अगर आप गिलोय का सेवन उचित मात्रा में नहीं करते है तो कुछ नुक्सान आपको जरूर हो सकते है चलिए अब हम आपको गिलोय के नुक्सान के बारे में बताते है-

  • लो ब्लड प्रेशर वाले मरीज को गिलोय का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि गिलोय ब्लड प्रेशर को कम करती है|
  • लो शुगर वाले मरीजों को भी गिलोय का सेवन करने से बचना चाहिए
  • गिलोय का अधिक मात्रा में सेवन करने से कब्ज,गैस,उल्टी इत्यादि परेशानी हो सकती है|
  • प्रेग्नेंट और स्तनपान कराने वाली महिलाओ को गिलोय का सेवन करने से बचना चाहिए|

benefits of giloy in hindi

अनेक भाषाओं में गिलोय के नाम (Giloy name  in Different Different Languages)

गिलोय के फायदे देखते हुए इसका उपयोग भारत के हर राज्य या दुनिया के अलग अलग देशो में किया जाता है,लेकिन अलग अलग स्थान पर गिलोय को अलग अलग नामो से पुकारा जाता है| गिलोय को मैनिस्पर्मेसी (Menispermaceae) कुल का बताया जाता है,गिलोय का लैटिन नाम  टिनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया (Tinospora cordifolia) है ,चलिए अब हम आपको गिलोय का अलग अलग भाषा में कया नाम है इसकी जानकारी उपलब्ध करा रहे है –

  • Hindi (Giloy in Hindi) – गडुची, गिलोय, अमृता

  • Giloy name in English – Indian tinospora), Heart leaved tinospora, Moon seed, Gulancha tinospora

  • Giloy name in  Bengali  – Gulancha, Palo gandcha

  • Giloy name in  Sanskrit – वत्सादनी, छिन्नरुहा, गुडूची,  मधुपर्णी, अमृतलता, अमृतवल्ली, भिषक्प्रिया

  • Giloy name in Oriya – Gulancha, Gulochi

  • Giloy name in Kannada – Amrutavalli, Yuganivalli, Madhuparni

  • Giloy name in Gujarati – Gulvel, Galo

  • Giloy name in Goa – Amrytbel

  • Giloy name in Tamil – Amridavalli, Shindilkodi

  • Giloy name in Telugu – Tippatige, Amrita

  • Giloy name in Nepali – Gurjo

  • Giloy name in Punjabi – Gilogularich, Garham

  • Giloy name in Marathi – Gulavel, Ambarvel

  • Giloy name in Malayalam – Amritu, Peyamrytam, Chittamritu

  • Giloy name in Arabic – Gilo

  • Giloy name in Persian – Gulbel, Giloe

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